Mhara Haryana - Haryanvi literature, culture and language
Important Links
हरियाणवी लोक गीत
हरियाणा में लोकगीतों का हरियाणवी लोक-साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान है। जीवन का हर पक्ष किसी न किसी रुप में इनसे जुड़ा हुआ है हरियाणा में विभिन्न अवसरों पर लोकगीत गायन की परम्परा है। विवाह संबंधी लोकगीत अत्याधिक प्रचलित हैं। विवाह के अवसर पर जहां कन्या-पक्ष सुहाग, बंदड़ी, बन्नी व लाडो का गायन करते हैं, वहीं वर-पक्ष घोड़ी, बन्ना, बंदड़ा अथवा लाडा गाते हैं। लाडो की एक बानगी देखिए:
Article Under This Catagory
आया तीजां का त्योहार | सावन के हरियाणवी लोक-गीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
आया तीजां का त्योहार |
more... |
सावन के हरियाणवी गीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
सावन मास हरियाणवी लोक-संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सावन मास में तीज का त्योहार हरियाणा में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। |
more... |
मैं तो गोरी-गोरी नार | लोकगीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
मैं तो गोरी-गोरी नार, बालम काला-काला री! |
more... |
गाँधी पर हरयाणवी लोकगीत | Mhara Haryana - म्हारा हरियाणा संकलन |
हरियाणवी लोक मानस पर पड़े राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के प्रभाव की झलक इस प्रदेश के लोक गीतों में पूरी तरह मिलती है जो यहां के भोले-भाले बच्चों ने गाए हैं और जिन के माध्यम से इस प्रदेश की नारियों ने पूज्य बापू के प्रति अपनी भावनाएं अभिव्यक्त की हैं। बच्चों द्वारा गाए जाने वाले लोक गीतों में भले तुकबदियां ही हैं परंतु इन तुकबंदियों में भी बड़े सीधे सादे सरल ढंग से बापू के विभिन्न कार्यों की विशद चर्चा हुई है। इन गीतों में महात्मा गांधी के सभी राजनैतिक तथा समाज सुधार संबंधी कार्य क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिला है। गांधी जी के जलसे में शामिल होने की नारियों उत्सुकता से नारियों की जागरूकता का संकेत भी मिलता है। हरियाणवी लोक गीतों द्वारा प्रस्तुत किए गए बापू जी की मृत्यु के करुण दृश्य से सभी की आखें सजल हो उठती हैं। एक गीत की निम्न पंक्तियां अपनी अमिट छाप छोड़ देती है: |
more... |
ऊंची एडी बूंट बिलाती | लोकगीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
|
more... |
नांनी नांनी बूंदियां | सावन के हरियाणवी लोकगीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
नांनी नांनी बूंदियां हे सावन का मेरा झूलणा |
more... |
नांनी नांनी बूंदियां मीयां | सावन के हरियाणवी लोकगीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
नांनी नांनी बूंदियां मीयां बरसता हे जी |
more... |
कच्चे नीम्ब की निम्बोली | सावन के हरियाणवी लोकगीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
कच्चे नीम्ब की निम्बोली सामण कद कद आवै रे |
more... |
होली खेल रहे शिव शंकर | होली का गीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
होली खेल रहे शिव शंकर गौरा पार्वती के संग |
more... |
जब साजन ही परदेस गये मस्ताना फागण क्यूँ आया - म्हारा हरियाणा संकलन |
जब साजन ही परदेस गये मस्ताना फागण क्यूँ आया |
more... |
फागण के दिन चार री सजनी - म्हारा हरियाणा संकलन |
फागण के दिन चार री सजनी, फागण के दिन चार । |
more... |
झूलण आल़ी | लोकगीत - म्हारा हरियाणा संकलन |
झूलण आल़ी बोल बता के बोलण का टोटा |
more... |
फागुण के हरियाणवी लोक गीत | Fagun Geet - म्हारा हरियाणा संकलन |
यहाँ फागुण से संबंधित लोकगीत संकलित किए गए हैं जो फागुण, फाग व होली के अवसर पर गाए जाते हैं। यदि आपके पास भी कुछ गीत उपलब्ध हों तो अवश्य 'म्हारा-हरियाणा' से साझा करें। |
more... |