सावन के हरियाणवी गीत | तीज के गीत | Haryanavi Sawan Geet | Haryanvi Lok Folk Songs
मजहब को यह मौका न मिलना चाहिए कि वह हमारे साहित्यिक, सामाजिक, सभी क्षेत्रों में टाँग अड़ाए। - राहुल सांकृत्यायन।

Find Us On:

Hindi English
सावन के हरियाणवी गीत (साहित्य) 
Click To download this content  
Author:म्हारा हरियाणा संकलन

सावन मास हरियाणवी लोक-संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। सावन मास में तीज का त्योहार हरियाणा में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है।

इस अवसर पर युवतियाँ व महिलाएं साज-श्रृंगार करती है व हाथों और पैरों पर मेंहदी लगाती है।  माता-पिता अपनी विवाहिता बेटियों के ससुराल वस्त्र व श्रृंगार की सामग्री भेजते हैं। तीज के त्यौहार पर बेटियों की अपने पिता के घर आने की प्रथा है।

पहले समय में तीज के दिन किसी तालाब के पास मेला लगता था, जहां पेड़ों पर झूला डालकर 'तीज के लोक गीत' गाती हुई बालिकाएं व महिलाएं झूला झूलती थीं। ग्रामीण परिवेश में अभी भी कहीं-कहीं ऐसे आयोजन होते हैं लेकिन आधुनिक भारत में पारम्पारिक रीति-रिवाज अब लुप्तप्राय हैं।

 

Back
More To Read Under This
आया तीजां का त्योहार | सावन के हरियाणवी लोक-गीत
नांनी नांनी बूंदियां | सावन के हरियाणवी लोकगीत
नांनी नांनी बूंदियां मीयां | सावन के हरियाणवी लोकगीत
कच्चे नीम्ब की निम्बोली | सावन के हरियाणवी लोकगीत
 
Post Comment
 
Name:
Email:
Content:
Type a word in English and press SPACE to transliterate.
Press CTRL+G to switch between English and the Hindi language.
 
 

Subscription

Contact Us


Name
Email
Comments