Find Us On:

Hindi English
झूलण आल़ी | लोकगीत (साहित्य)  Click To download this content    
Author:म्हारा हरियाणा संकलन

झूलण आल़ी बोल बता के बोलण का टोटा
झूलण खातर घाल्या करैं सैं पींग सामण में
मीठी बोली तेरी सै जणो कोयल जामण में
तेरे दामण में लिसकार उठै चमक रिहा घोटा
झूलण आल़ी बोल बता के बोलण का टोटा
लरज लरज कै जावै से योह जामण की डाली
पड़ के नाड़ तुडा लै तैं रोवै तन्नै जामण आली
तेरे ढुंगे पै लटकै काला नाग सा मोटा
झूलण आल़ी बोल बता के बोलण का टोटा
मोटी मोटी अंखियां के माह डोरा स्याही का
के के गुण मैं कहूं तेरी इस नरम कलाई का
चन्द्रमा सा मुखड़ा तेरा जणों नूर का लोटा
झूलण आल़ी बोल बता के बोलण का टोटा

[म्हारा हरियाणा संकलन]

 

Back
 
 
Post Comment
 
Name:
Email:
Content:
Type a word in English and press SPACE to transliterate.
Press CTRL+G to switch between English and the Hindi language.
 
 

Subscription

Contact Us


Name
Email
Comments