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Author: म्हारा हरियाणा समाचार
चण्डीगढ़, 14 जुलाई- हरियाणा विधान सभा द्वारा प्रदेश में तीन विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफार्मिंग एण्ड विजुअल आर्टस ( रोहतक विधेयक 2014), चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय (भिवानी विधेयक, 2014) और चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय ( जींद विधेयक, 2014 ) पारित किये गए।
स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफार्मिंग एण्ड विजुअल आर्टस, रोहतक
हरियाणा विधान सभा द्वारा डिजाइन, ललित कलाओं, फिल्म तथा टेलीविजन, शहरी नियोजन तथा वास्तुकला के नए क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए उच्च शिक्षा के उभरते क्षेत्रों में अध्ययन एवं अनुसन्धान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजकीय तकनीकी संस्थान सोसायटी रोहतक को एक अग्रणी विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड करने के लिए स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफार्मिंग एण्ड विजुअल आर्टस (रोहतक विधेयक 2014) को स्वीकृति प्रदान की गई।
हरियाणा सरकार प्रदेश के लोगों को मानव संसाधन विकास के नए-नए अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। राज्य सरकार ने प्रदर्शन तथा दृश्य कलाओं के क्षेत्र में शैक्षणिक अवसर सृजित करने का निर्णय लिया है। इस उद्देश्य से रोहतक में एक विश्वस्तरीय संस्थान स्थापित किया गया है। इस तकनीकी संस्थान में 4 संस्थान - स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्टस, स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फिल्म एण्ड टेलीविजन तथा स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ अर्बन प्लानिंग एण्ड आर्किटैक्चर सम्मिलित हैं।
चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, भिवानी
खेल तथा शारीरिक शिक्षा पर बल देतेे हुए बहुशिक्षण में उच्चतर शिक्षा को सफल बनाने के लिए और इन क्षेत्रों एवं इन क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने हेतु चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय ( भिवानी विधेयक, 2014) पारित किया गया है। उच्चतर शिक्षा में विद्यार्थियों की अप्रत्याशित वृद्धि को समायोजित करने और राष्ट्रीय स्तर पर अधिकतम कुल दाखिला अनुपात प्राप्त करने के लिए तथा भिवानी एवं आस पास के क्षेत्रों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक उच्चतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिये चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, भिवानी की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है।
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद
इसी प्रकार, जीन्द एवं आस पास के क्षेत्रों के लोगों की निरन्तर एवं पुरजोर मांग पर जींद में पहले से ही स्थापित स्नातकोत्तर क्षेत्रीय केन्द्र, जो पर्याप्त भूमि, भवन, स्टाफ और पर्याप्त मात्रा में स्नातकोत्तर कोर्सिस की मांग को पूरा कर रहा था को अपग्रेड करके चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद बनाने का निर्णय लिया गया है। सूचना प्रौद्यागिकी तथा कम्प्यूटर शिक्षा, वाणिज्यिक, मानविकी, प्रबंधन अध्ययन के उभरते क्षेत्रों पर विशेष बल सहित उच्चतर शिक्षा को सफल बनाने के लिए और उन्नत करने के लिए तथा इन क्षेत्रों एवं समद्घ क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (जींद विधेयक, 2014) पारित किया गया।