Mhara Haryana - Haryanvi literature, culture and language
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सहिवाल सहिवाल गायों में अफगानिस्तानी तथा गीर जाति का रक्त पाया जाता है। इन गायों का सिर चौड़ा, सींग छोटी और मोटी, तथा माथा मझोला होता है। ये स्वंत्रता पूर्व के संयुक्त पंजाब के मांटगुमरी जिले और रावी नदी के आसपास लायलपुर, लोधरान, गंजीवार आदि स्थानों में पाई जाती थी। साहिवाल गाय अधिकतर उत्तरी भारत में पाई जाती हैं। एक बार ब्याने पर ये 10 महीने तक दूध देती है। यह 10 से 16 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। इनके दूध में पर्याप्त वैसा होता है।
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