होली फागुन की पूर्णिमा को मनाई जाती है। होली से आठ दिन पहले होलाष्टक प्रारंभ होते हैं। ऐसी मान्यता है कि होलाष्टक के दिनों में कोई भी शुभ कार्य करना अच्छा नहीं माना जाता।
नि:संदेह व्रत एवं त्योहार हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। हमारे सभी व्रत-त्योहार चाहे वह करवाचौथ का व्रत हो, दीवाली हो या होली का पर्व, कहीं न कहीं वे पौराणिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका वैज्ञानिक पक्ष भी नकारा नहीं जा सकता।
अन्य भारतीय त्योहारों की तरह होली के साथ भी विभिन्न पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। हरियाणा में 'होली' से संबंधित विभिन्न कथाओं को यहाँ उद्धृत किया गया है। |