हिंदी उन सभी गुणों से अलंकृत है जिनके बल पर वह विश्व की साहित्यिक भाषाओं की अगली श्रेणी में सभासीन हो सकती है। - मैथिलीशरण गुप्त।

Find Us On:

Hindi English

News List

हरियाणवी चुटकले | रोशन वर्मा

डाक्टर - आपकी बीमारी का कारण मैं समझ नहीं पा रया सूं। शायद यह नशे के कारण है।

मरीज - कोई बात कोनी, जिब आप का नशा उतर जैगा, मैं फेर आ ज्यूंगा।


...
..more
हरियाणवी चुटकले | रोशन वर्मा

एक गंजा एक नाई तै बोल्या - मेरे सिर पै तो बहुत कम बाळ सैं, तन्नै कम पिस्से लेणे चाईंयै।

नाई बोल्या - यैं पिस्से बाळ काटण के कोनी बाल टोण के मांगे सैं।...

..more

Subscription

Contact Us


Name
Email
Comments